मेरी वर्तमान समस्यायें
भारतीय दर्शन के अनुसार हमारे दुखों के तीन मुख्य स्रोत हैं - आध्यात्मिक, आधिभौतिक और आधिदैविक! हर इंसान का जीवन सुख और दुख के बीच झूलता रहता है। सुख तो भोगने की चीज है। इसलिए, सुख के कारण पर चिंतन करने की ज़रूरत शायद ही किसी ने ज़रूरी समझी होगी। मैंने भी कभी अपने सुख ओर सवाल नहीं किए हैं। मैं भी अपने दुख को लेकर ही चिंतित रहता हूँ।